लाल किताब ज्योतिष ( पृष्टभूमि और व्याख्या ) लाल किताब ज्योतिष आया कहाँ से ? इसके अजीब से उपायो के तर्क क्या है ? इसमें राशियों में महत्व को क्यों मिटा...
लाल किताब (व्याकरण और व्याख्या )
प्रस्तुत पुस्तक में लाल - किताब पद्धति से कुण्डली की व्याख्या करने के लिए उसके सिद्धान्तों को जो उसके व्याकरण विभाग में दिये हुए है जानना अति आवश्यक है, क्योकि लाल- किताब पद्धति की अपनी एक अलग व्याकरण है जो परम्परागत ज्योतिष से कुछ हट कर है I अत: प्रस्तुत पुस्तक में लाल -किताब के व्याकरण खण्ड को लेकर उसको सर भाषा में प्रस्तुत करने की एक छोटा सा प्रयत्न है ताकि जनसाधारण भी इसको अच्छी तरह जान कर इसको अपने उपयोग में लाकर अपने जीवन में अपने को समर्थ बना सके I
व्याकरण परिचय
ग्रहो के पक्के घर
एक ग्रह का दूसरे ग्रह से सम्बन्ध
ग्रह राशि का आपसी सम्बन्ध
सोया भाव और सोया ग्रह
आयु के कौन से वर्ष में किस राशि न. व् भाव न. के ग्रह प्रभावी होंगे इत्यादि I
लाल किताब एक ऐसी दुर्लभ प्राचीन पुस्तक है जिसमे राशि , भाव, ग्रह और नक्षत्रों के बारे में सूत्रों के माध्यम से दुर्लभ भविष्यनिधि को समाहित किया
गया है। प्रस्तुत पुस्तक “असली प्राचीन लाल किताब के अनुभूत टोटके एवं उपाय” पं. रूपचंद शर्मा कृत प्राचीन और अप्राप्य ग्रंथ “लाल किताब' के सूत्रों
पर आधारित है। ज्योतिष जगत की इस अनुपम कृति को गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. राधेश्याम मिश्र 'परमहंस” ने गहन अध्ययन और विश्लेषण के बाद सरल
भाषा में प्रस्तुत किया है।
इल्मी सामुद्रिक लाल किताब प्रस्तुत पुस्तक लाल किताब के सन १९४२ के संस्करण " इल्मे सामुद्रिक की लाल किताब " का हिन्दी अनुवाद है l इस संस्करण में पंडित जी...
असली प्राचीन (सम्पूर्ण ) लाल किताब (सम्पूर्ण) (गूढ़ अध्ययन, चमत्कारी टोटके व् सरल उपाय सहित ) (१२ भाग वाली ) भारतीय ज्योतिष एक शास्त्र ही नहीं, अपितु विज्ञानं भी है...