वनस्पति तंत्र और शाबर मन्त्र वनस्पतियों में अमृत होता है l ये जहां तन- मन को रोगमुक्त करती है, वहीं विशेष प्रयोग द्वारा मनोकामनाओं को भी पूर्ण करती है l...
PRACHIN DAMAR TANTRA RAHASYA (HINDI) 'डामर तंत्र' के रचनाकार भूतभावन भगवान् शिव है I जन सामान्य के लाभार्थ भगवती पार्वती के आग्रह पर भगवान शिव ने डामर तंत्र का कथन...
जन्म कुंडली द्वारा यह बताया जा सकता है कि जातक का अतीत क्या था, वर्तमान में वह किन स्थितियों - परिस्थितियों से गुजरेगा और उसके भविष्य के गर्त में क्या...
श्री दत्तात्रेय तंत्र प्रयोग विभिन्न तंत्र प्रयोगो के साथ श्री दत्तात्रेय उपासना की सरल जानकारी ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन त्रिदेवो की साक्षात्मूर्ति है श्रीदत्तात्रेय l महर्षि अत्रि की पत्नी...
हनुमान तंत्र सिद्धि
हनुमान राम भक्त है I इन्हे देवताओ से वर प्राप्त है कि कोई भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता I आठो सिद्धियाँ और नौ निधियाँ सदैव !इनकी सेवा में तत्पर रहती है I क्रूर से क्रूर ग्रह इनके सामने अस्त हो जाता है I इसीलिए मंगलमूर्ति अंजनिपुत्र सभी कष्टों को हरने वाले है I रामभक्त के रूप में जहां इस साक्षात देवता की सात्विक पूजा का विधान है, वही तंत्र ग्रन्थों में रौद्र - साधनाओ का भी प्रतिपादन किया गया है I हनुमान जी का यह रूप उच्चाटन आदि कर्मो में अत्यन्त कुशलतापूर्वक प्रयोग में लाया जाता है I
इस पुस्तक में अनुष्ठान और उनके विभिन्न प्रयोगों की सामान्य साधना के लिए शास्त्र सममत, संक्षिप्त तथा सटीक जानकारी दी गई है I
प्रत्येक साधक के लिए उपयोगी
और संग्रह करने योग्य पुस्तक !
शनि राहु - केतु प्रकोप से मुक्ति यमराज के भ्राता सूर्य पुत्र शनि, सिंहिकागर्भसंभूत दानवेन्द्र राहु और महाबली मृत्युपुत्र केतु- ये तीनो बड़े भयानक एवं मारक ग्रह है l जिस...
भगवान भैरवदेव को रूद्र रूप माना जाता है i यह तत्काल सिद्धिपत्र है i जहां अन्य देवता दीर्घकाल की साधना के बाद कदाचित ही प्रस्नन होते है, वही भैरवदेव तुरंत फल देते है i ये इतने कृपालु एवं भक्त -वत्सल है की सामान्य -स्मरण एवं स्तुति से ही प्रसन्न होकर भक्त के संकटो का निवारण कर देते है i वेदो में रूद्र की जो भय - हरण कारी स्तुति की गई है और उपनिषदों में भयावह स्वरूपधारी होने से जिसके भय से इंद्रादि देवो के द्वारा अपने - अपने कर्म को करने का जो वर्णन हुआ है, वह भगवान् भैरवदेव की ही महिमा है i इतना ही नहीं, भैरव ही ब्रह्मा और विष्णु भी है i
विश्व में भैरवदेव की साधना सात्विक और तामस दोनों प्रकार से की जाती है i अपने श्रद्धावान साधक पर तो ये इतने प्रसन्न होते है की एक तरह से वह उसके वश में ही हो जाते है i यही सिद्धि की अवस्था है i बड़े -बड़े देवताओ और असुरो ने अलौकिक शक्तियां इनकी सिद्धि करके ही प्राप्त की थी i आप भी इनकी साधना -आराधना करके अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करे i
नवग्रह पीड़ा से मुक्ति नवग्रहों का शुभ या अशुभ प्रभाव व्यक्ति पर समान रूप से प्रत्येक अवस्था में पड़ता है और ग्रह की चालो के अनुसार उसे विवश होकर चलना...
लाल किताब से कष्ट - निवारण ग्रह शांति कर सुख - सौभाग्य और समृद्धि प्रदान करने वाली अति विशिष्ट जानकारी लाल किताब को ज्योतिष शास्त्र का एक अनूठा ग्रन्थ माना...