ज्योतिष में भवन वाहन और कीर्ति योग Author- Bhojraj Dwivedi भूमि -भवन का क्रय या निर्माण आम आदमी के जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलु है l वाहन भी आज के...
विशोत्तरी दशाफल निर्णय Author- Krishan Ashant सूर्यादि ग्रहो के भावफल, राशिफल, दृष्टिफल, अवस्था फल, राजयोगों, धनयोगों, दरिद्रयोगो तथा अरिष्टादि योगो का समस्त शुभाशुभ फल जातक को सबंधित ग्रहो की दशाओ...
Jatak Sardeep by SC Mishra ग्रंथ परिचय..... त्रिस्कन्ध ज्योतिष के विशेषज्ञ श्री नृसिंहदैवज्ञ रचित यह ग्रन्थ पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण भारत में लिखा गया था। मूल संस्कृत श्लोक सहित पहली...
Prashan Vichar ( Ek Vaidik Drishtikon ) - Hindi Author- Raj Kumar Lt Col पुस्तक-सार अनंतकाल से प्रशन शास्त्र एक बहुत लोकप्रिय,अद्वितीय और सटीक तकनीक रही है जो जातक की...
Author - SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)
इस ग्रन्थ में जातक विषयों पर एक नये दृष्टिकोण का साक्षात्कार होता है जो अन्य ग्रंथो से थोड़ा भिन्न है l मन्त्रेश्वर के गोचर फल कथन अतयन्त तर्कपूर्ण और तथ्यात्मक है l भावफलकथन में भी मन्त्रेश्वर के वैशिष्ट्य की झलक देखने को मिलती है l सर्वतोभद्र पर विशेष टिप्पणी दी गयी है जो गोचरफल कथन में विशेष उपयोगी है l तत्सम्बन्धी उदाहरण भी दिये गये है l साथ ही कालचक्र दशा की सोदाहरण विशद व्याख्या दी गई है l टिका में आवष्यकतानुसार गणितीय उदाहरण तथा अन्य परम्परागत जातक ग्रंथो के विचारों को यथास्थान उद्द्त किया गया है l
अंत में इस ग्रन्थ को अपने शुद्धतम रूप में ज्योतिष जगत के समक्ष प्रस्तुत करने में अथक, अमूल्य सहयोग और परिश्रम के लिए 'चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन' के व्यवस्थापक गुप्त -बन्धुओ के प्रति से अतयन्त आभारी हु l
Phal Deepika by Mantreshwar in Hindi
अधिकांश व्यक्तियों को जिज्ञासा रहती है कि वे अपनी भविष्य के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकें | इस विधा के प्रति हमारे ऋषि-मुनियों ने अनेक प्रामाणिक ग्रन्थों की रचना...
Grah Phal Vichar - Hindi ग्रह फल विचार (ग्रहों का फल विचार) वैदिक ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव का विश्लेषण किया जाता...
प्रश्न दर्पण Author- SD Ughrayan इस समय ज्योतिष शास्त्र की ६ शाखांए प्रचलित है - जातक, प्रश्न, चिकित्सा , मौसम, राजनीतिक, शकुन, मुहूर्त, अंक और ताजिक I इनमे से प्रत्येक...