Brihat Vedic Ank Sanhita (2 Volume set) [Hindi] By Manoj Kumar Publisher: Alpha Publications The book begins with an introduction to the basics of numerology and its historical context within Vedic...
Comprehensive Numerology (Vol-1 & 2) - English COMPREHENSIVE NUMEROLOGY VOL -1 Numerology is an excellent tool for prediction since the time immemorial. Numerology uses Numbers as a key to human...
प्रारंभिक फलित ज्योतिष प्रत्येक जन्मकुंडली के ग्रह जातक के जीवन पर दो प्रकार के प्रभाव डालते है I उनमे से एक होता है स्थायी तथा दूसरा सामयिक I जन्मकालिक ग्रहो...
बृहत् अंक संहिता भाग -1 बृहत् अंक संहिता को ९ अध्यायों में विभाजित किया गया है l पहला अध्याय अंक ज्योतिष के पृष्टभूमि को समझने के लिए समर्पित है जिसमे...
आधुनिक काल में वास्तु की शाखाएं वैश्विक स्तर पर उदित हुई हैं। अब अधिकांश लोग अपने स्थान को वास्तु विशेषज्ञ को दिखाने में रुचि रखते हैं ताकि वे अपने घर, भवन अथवा...
A Text Book Of ASTROLOGY Astrology is an exact knowledge and a tool for self and management. Objective of Astrology is to give accurate predictions about future. Astrology is highly...
सृष्टि के समुदाय के उपरांत मानव समुदाय में महत्वकांक्षा जागृत हुई जिसके परिणामस्वरूप लोगो में आगामी जीवन के विषय में जानने कि इच्छा बलवंत हुई i इसी उत्कंठा के शमन के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के फलस्वरूप की पद्धितियों का विकास हर सभ्यता में हुआ I विकास के क्रम में ही खगोल के सिद्धांत विकसित होते गए जिसे निशिचत रूप से भौतिकशास्त्र एवं गणित से भी महती सहायता प्राप्त हुई I वर्तमान में प्रचलित ज्योतिष शास्त्र का प्रमुख आधार ही खगोलीय एवं गणितीय गणनाएं है I जन्म समय की खगोलीय स्थिति के आधार पर ही गणितीय गन्ना कर किसी जातक की जन्मकुंडली का निर्माण होता है I
इस पुस्तक में ज्योतिषीय खगोल एवं गणित के हर सूक्ष्म एवं विशद सिद्धांत समाविष्ट है जिनका विवेचन सरल रूप में उदारहण के साथ स्प्ष्ट किया गया है I