वैदिक ज्योतिष की विशालता में भारतवर्ष के अनेक ऋषियों एवं विद्वानों का योगदान रहा है l अनेक पद्धितियां विकसित हुई किन्तु इन सब में समान रूप से उल्लेखनीय बात पंचांगीय योगों का आधार है l फलकथन में पंचांग के इन मूलभूत योगों की महत्ता सर्वोपरि है l इसी उपयोगिता को ध्यान में रख कर, नक्षत्र विभूति.... एक दृष्टि में , नक्षत्रों से बनने वाले ज्योतिषीय महत्व के विभिन्न योगों को वर्णित किया गया है l इसके अतिरिक्त नक्षत्रों से सम्बंधित अन्य समस्त महत्वपूर्ण जानकारी को तालिकाबद्ध ढंग से, संक्षिप्त व सरल व्याख्या सहित, रंगीन पृष्ठों में शीघ्र बोध हेतु प्रस्तुत किया गया है l