भविष्यपुराण से सम्बन्धित अपना मत लिखने के पूर्व यह कहना आवश्यक है कि विद्वानों का कथन है कि 'इतिहासपुराणाभ्यां वेदं समुपब्रम्हयेत ”कि इतिहास तथा पुराण वेद के उपबृंहित रूप हैं। यहाँ...
(Dpb) Rigved, Yajurved, Samved, Atharvaved by Satvir Shastri ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद हिंदू धर्म के चार प्रमुख वेद हैं। ये वेद प्राचीन भारतीय संस्कृति और दर्शन के आधार हैं...
अर्थववेद (भाग-२) Author- Vedant Teerth अर्थववेद को वैदिक साहित्य में 'ब्रह्मवेद ', भैषज्यवेद ' और 'अथर्वगिरस ' नाम से भी पुकारा जाता है l अधर्वा और अंगिरस नामक ऋषि इस...