मंत्र साधना कैसे करे Author- Shashimohan Bahal मन्त्र विज्ञान विश्व की सर्वश्रेष्ठ सत्ता और शक्ति है I आज का अति विकसित विज्ञान भी मंत्र (ध्वनि ) विज्ञान की क्षमता को...
तंत्र - मंत्र द्वारा रोग निवारण Author- Shashimohan Bahal जिस प्रकार एलोपैथिक, यूनानी, प्राकृतिक होम्योपैथिक इत्यादि पद्धितयां है उसी प्रकार मंत्रोच्चारण, स्वरविज्ञान और कुछ विशिष्ट आकृत्यों के आधार पर भी...
यंत्र सिद्धि Author- Bhojraj Dwivedi प्रस्तुत पुस्तक यंत्र विज्ञान को लेकर लिखी गई पहली प्रामाणिक पुस्तक है, जिसमे यंत्र विज्ञान की सार्थकता एवं सत्यता को लेकर व्यापक प्रकाश डाला गया...
श्री दत्तात्रेय तंत्र प्रयोग Author- CM Shrivastava विभिन्न तंत्र प्रयोगो के साथ श्री दत्तात्रेय उपासना की सरल जानकारी ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन त्रिदेवो की साक्षात्मूर्ति है श्रीदत्तात्रेय l महर्षि...
माहेश्वर तंत्र Author-Rudradev Tripathi "माहेश्वर तंत्र " आगम तंत्रो क़ी मुकुट मणि है i माहेश्वर तंत्र साधना पर प्रायः सभी प्रमुख तंत्र ग्रंथो ने प्रकाश डाला है i "माहेश्वर तंत्र...
तंत्र द्वारा मनोकामना सिद्धि Author- Bhrigunath Mishra जिस प्रकार राडार द्वारा एक स्थान पर बैठे - बैठे ही निर्धारित दूरस्थ स्थान पर अस्त्र चालाया जाता है और वह वहाँ जाकर...
लाल किताब (मूल सिद्धान्त और टोटके ) Author- OP Verma
अनिष्ट निवारण के उपायो और टोटको की प्रसिद्ध पुस्तक लाल किताब के लिए औपचारिक परिचय की आवश्यकता नहीं है I जो इसे जानते है उनका इसके प्रति अटूट विश्वास है I संकट के समय इसके आलोचक भी टोटको का प्रयोग कर लाभ प्राप्त करते है और चमत्कार देखते है, किन्तु लाल किताब के उपयो की सटीकता तथा प्रभाव क्षमता का रहस्य बहुत कम लोग जानते है I प्रस्तुत रचना में विद्वान लेखक ने लाल किताब की मनोवैज्ञानिक तथा दार्शनिक पृष्टभूमि पर प्रकाश डालते हुए उसके उपायो और टोटको की उपयोगिता सिद्ध की है I इसके अध्ययन द्वारा टोटको के प्रयोग का सम्यक ज्ञान प्राप्त करके पाठक अवश्य ही लाभानिव्त होंगे I
जिस प्रकार प्राचीन ' मंत्र - शास्त्र ' आदि गुरु भगवान् शिव और शिवा से प्राप्त हैं, वैसे ही शाबर-मन्त्र भी शिव व.प्रार्वती से ही प्राप्त हैं। आदि काल से,...
श्री कुण्लिनी सिद्धि Author- Prakash Nath श्री कुण्डलिनी महाशक्ति की साधना आध्यात्म के अंग के रूप में प्राचीनकाल से चली आ रही है l कुण्डलिनी जागरण पर अनेक हठयोग राजयोगादि...
Author-- CM Shrivastava
भगवान भैरवदेव को रूद्र रूप माना जाता है i यह तत्काल सिद्धिपत्र है i जहां अन्य देवता दीर्घकाल की साधना के बाद कदाचित ही प्रस्नन होते है, वही भैरवदेव तुरंत फल देते है i ये इतने कृपालु एवं भक्त -वत्सल है की सामान्य -स्मरण एवं स्तुति से ही प्रसन्न होकर भक्त के संकटो का निवारण कर देते है i वेदो में रूद्र की जो भय - हरण कारी स्तुति की गई है और उपनिषदों में भयावह स्वरूपधारी होने से जिसके भय से इंद्रादि देवो के द्वारा अपने - अपने कर्म को करने का जो वर्णन हुआ है, वह भगवान् भैरवदेव की ही महिमा है i इतना ही नहीं, भैरव ही ब्रह्मा और विष्णु भी है i
विश्व में भैरवदेव की साधना सात्विक और तामस दोनों प्रकार से की जाती है i अपने श्रद्धावान साधक पर तो ये इतने प्रसन्न होते है की एक तरह से वह उसके वश में ही हो जाते है i यही सिद्धि की अवस्था है i बड़े -बड़े देवताओ और असुरो ने अलौकिक शक्तियां इनकी सिद्धि करके ही प्राप्त की थी i आप भी इनकी साधना -आराधना करके अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करे i