कुण्डलिनी साधना प्रसंग में बहुत सारे प्रसंगों का वर्णन एवं अलौकिक चमत्कारपूर्ण घटनाओं का भी उल्लेख है। जिसे पारलौकिक जगत भी कह सकते हैं। विश्व जगत में तीन मुख्य जगत...
कुण्डलिनी-शक्ति उस आदिशक्ति का व्यष्टि रूप है, जो समष्टि रूप में सम्पूर्ण विश्व-ब्रह्माण्ड में चैतन्य और क्रियाशील है । जहाँ तक कुण्डलिनी-शक्ति की प्रसुप्तावस्था की बात है, तो उसके सम्बन्ध...
कर्मठगुरु --- मुकुन्दवल्लभ मिश्र (' भ्रमोच्छेदनी ' टिप्पणियों से युक्त) कर्मकाण्ड करानेवाले विद्वानों के लिए यह अमूल्य निधि है। इसको पास में रखने से सामान्य ज्ञान वाला व्यक्ति भी आसानी...
Shiv Ne Parvati se Kaha - Dhyan Vidhiyan 1 -38 [Hindi] by Osho Priya Publisher: Oshodhara शिव ने पार्वती से कहा (ध्यान विधिया 1-३८ ) दुनिया में सहस्त्रो धर्म ग्रन्थ है, लेकिन...
Lakh Dukhon ki Ek Dava Dhyan [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara लाख दुखो की एक दवा - ध्यान संसार बदलता है, फिर भी बदलता नहीं I संसार की मुसीबते तो...
Dhyan aur Samadhi [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara ध्यान और समाधि विवेकपूर्ण व्यक्ति हर स्थिति में से सत्यं-शिवं- सुंदरं की ओर अग्रसर होने का मार्ग खोज ही लेता है i...
Dhyan se Nirvan ki Aur [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara ध्यान से निर्वाण की ओर अंतर्यात्रा ध्यान से शुरू होती है I लेकिन इसकी मंजिल निर्वाण है और मध्य से...
Dhyan Vidhiyan [Hindi] by Osho Priya Publisher: Oshodhara ध्यान विधिया क्या तुम ध्यान करना चाहते हो ? तो ध्यान रखना कि ध्यान में न तो तुम्हारे सामने कुछ हो, न पीछे कुछ ...