हनुमान तंत्र सिद्धि
हनुमान राम भक्त है I इन्हे देवताओ से वर प्राप्त है कि कोई भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता I आठो सिद्धियाँ और नौ निधियाँ सदैव !इनकी सेवा में तत्पर रहती है I क्रूर से क्रूर ग्रह इनके सामने अस्त हो जाता है I इसीलिए मंगलमूर्ति अंजनिपुत्र सभी कष्टों को हरने वाले है I रामभक्त के रूप में जहां इस साक्षात देवता की सात्विक पूजा का विधान है, वही तंत्र ग्रन्थों में रौद्र - साधनाओ का भी प्रतिपादन किया गया है I हनुमान जी का यह रूप उच्चाटन आदि कर्मो में अत्यन्त कुशलतापूर्वक प्रयोग में लाया जाता है I
इस पुस्तक में अनुष्ठान और उनके विभिन्न प्रयोगों की सामान्य साधना के लिए शास्त्र सममत, संक्षिप्त तथा सटीक जानकारी दी गई है I
प्रत्येक साधक के लिए उपयोगी
और संग्रह करने योग्य पुस्तक !
श्री स्वरोदय श्री कल्पादि जैनागमों में अष्टांग निमित्त में 'स्वर' को एक प्रधान अंग माना गया है l हठयोग प्राणायाम से सिद्ध होता है और प्राणायाम स्वरोदय साधना के बिना...
इस अभूतपूर्व नये अनुवाद और व्याख्या में, आध्यात्मिक गौरवग्रन्थ योगी कथाम्रत (ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ ए योगी ) के लेखक श्रीमद्भगवद्गीता के गुह्मतम सार को प्रकट करते हैं। “ योगानन्दजी की व्याख्या, श्रीमद्भगवद्गीता के हृदय...
श्री मदभगवद्गीता (आधुनिक व्याख्या ) इस पुस्तक में व्याख्याकार ने गीता - ज्ञान की पृष्ठभूमि में महाभारत कालीन राजनैतिक एवं समाजिक स्थिति का वर्णन सरल और सहज भाषा में देकर...