Saral Shareer Vigyan [Hindi] by
Osho Siddhartha
Publisher: Limass Foundation
सरल शरीर विज्ञानं (अपने शरीर के रहस्य जानिए )
आजकल रोगों की बाढ़ सी आ गयी है I ऐसे अनेक रोग हो रहे है जिन्हें पहले कोई जानता भी नहीं था जैसे - उच्च रक्त चाप, ह्रदय रोग, मधुमेह,
मानसिक रोग, जोड़ो का दर्द, गुर्दे के रोग इत्यदि I ये सभी जीवन शैली के रोग है और इनका डॉक्टरों के पास कोई स्थाई इलाज़ भी नहीं है I
क्यों होते है ये रोग? क्या इनका स्थाई निदान है? क्या इनसे बचा जा सकता है और क्या उपाय है इनसे बचने के ? इन सभी प्रश्नों का समाधान
जानने के लिए जरूरी है कि हमें शरीर के बारे में थोड़ा सा ज्ञान हो I हमारा मस्तिक कैसे काम करता है, आंखे, कान, नाक, गला कैसे काम करते है,
हमारा ह्रदय, फेफड़े, पाचन प्रणाली कैसे काम करते है, हम कैसे चलते है, बोलते है, सुनते है, देखते है? ये शरीर कैसे काम करता है ? इसकी
देखभाल कैसे की जा सकती है ? यदि हमे इनका थोड़ा सा भी ज्ञान हो जाए तो हम सौ साल तक बड़े आराम से बिना दवाइयों के जी सकते है I
शरीर विज्ञानं एक बहुत ही जटिल व् उबाऊ विषय है परन्तु इस पुस्तक में बहुत ही सरल, सुंदर व् रोचक ढंग से शरीर के सभी अंगो की, सभी
प्रणालियों की संक्षेप में चर्चा की गई है I यह पुस्तक आम आदमी के लिये है -आम आदमी की भाषा में I इसमें शरीर की जानकारी के साथ ही
स्वस्थ रहने के सरल उपाय भी बताए गए है I भोजन, व्यायाम, योगासन, प्राणायाम व् हस्त मुद्राओ की चर्चा भी प्रत्येक अध्याय में की गई
है ताकि हम स्वस्थ रह सकें I यह पुस्तक सम्पूर्ण स्वास्थ्य की कुंजी है, आप स्वस्थ व् आनंदपूर्वक
Saral Yogasan Awam Pranayam [Hindi] by
Ramesh Puri
Publisher: Oshodhara
सरल योगासन एवं प्राणायाम
स्वाथ्य के चार आयाम है - शारीरिक, मानसिक, आध्यत्मिक, और समाजिक I केवल योग ही ऐसी पद्धति है जो इन चारो आयामो पर आधारित है I योग के आठ अंग है- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, धारणा, प्रत्याहार, ध्यान और समाधि ई
स्वथ्य रहने के लिए आसन व् प्राणायाम का विशेष महत्व है I आसनो द्वारा शरीर को सुदृढ़ किया जाता है I प्राणायाम द्वारा मन पर नियंत्रण किया जाता है I परन्तु लोग योगासन करने से घबराते है I उन्हे लगता है आसन करना कठिन कार्य है I इस पुस्तक में केवल सरल आसन व् प्राणायामो का सरल भाषा में वर्णन किया गया है जो हम नित्य आसानी से कर सकते है I आसनो के अतिरिक्त इस पुस्तक में सूक्ष्म क्रियाओ पर विशेष चर्चा की गयी है I केवल सूक्ष्म क्रियाओ द्वारा ही हम शरीर को स्वस्थ रख सकते है I
सूक्ष्म क्रियाये अत्यंत सरल है I
इस पुस्तक में सूर्य नमस्कार, वज्रासन, अनुलोम-विलोम प्राणायाम और गहरे लंबे श्वासों पर विशेष चर्चा की गई है क्योकि स्वास्थ्य के लिए इनका विशेष महत्व है I इसके अतिरिक्त यम, नियम, प्रत्याहार, कुभक, बंध, चक्र, पंच प्राण, और योग निद्रा पर भी संक्षेप में सरल भाषा में चर्चा की गई है I
Jeevem Sharadha Shatam - Sau Varsh Jeene ka Vigyan [Hindi] by
Ramesh Puri
Publisher: Oshodhara
जीवेम शरद: शतम - सौ वर्ष जीने का विज्ञानं
आप सौ वर्ष तक और उसके बाद भी जीवन जीने का आनंद ले सकते है - एक स्वथ्य, उमंगपूर्ण और मस्ती भरा जीवन i सुनने में तो यह बहुत कठिन लगता है, परंतु है बहुत आसान I बस कुछ शर्ते है, कुछ नियम है I हर खेल के कुछ नियम होते है I जीवन भी एक खेल है - इसके भी कुछ नियम है, यदि इन नियमो का पालन करे तो फिर बहुत आसान है I और ये नियम भी अत्यंत सरल और सहज है I इस पुस्तक में इन्ही नियमो की सरल व् रोचक ढंग से चर्चा की गई है I यदि आप दीर्घायु होना चाहते है, सौ वर्ष तक आनंदमय जीवन व्यतीत करना चाहते है- तो इस पुस्तक को अवश्य पढ़े I आप स्वथ्य भी रहेगे, मस्त भी रहेगे और लाखो रुपयो की बचत भी कर सकेंगे I