“व्यापारे वसति लक्ष्मी:” .. यह बात निर्विवाद सिद्ध है कि जेसे मनुष्य व्यापार से शीत्र धनाडय हो सकता है वैसे नौकरी, कृषि. आदि अन्य कर्मों से नहीं । एतंदर्थ शास्त्रकारों...
भूमिका यदुपचितसन्यजन्मनि शुभाशुभं॑ तस्य कर्मणः प्राप्तिम । व्यज्ञयति शास्त्रमेतत्तमसि द्रव्याणि दीप इव ॥ फलित-ज्योतिष में षड्वर्ग-कुण्डलियों के फलादेश का स्थान बहुत ऊंचा है । इन कुण्डलियों से जातक के धन, भ्राता...