शावर तन्त्र सिद्धि शावर मंत्र - बोलचाल की ग्राम्य व् अनगढ़ भाषा में भगवान् शिव द्वारा कहे गए अदभुत प्रभावशाली ऐसे मंन्त्र, जिन्हे आम लोगो से जुड़े 'सिद्धों' ने सिद्ध...
Bhrigu Sanhita [Hindi] by Radhakrishan Shrimali Publisher: Diamond Books भृगु संहिता ज्योतिष की अनेक शाखा - प्रशाखाओं में गणित और फलित का महत्वपूर्ण स्थान है I फलित के माध्यम से जीवन...
Hanumaan Tantra Sadhna [Hindi] by Radhakrishan Shrimali Publisher: Diamond Books हनुमान तंत्र साधना हनुमान तंत्र साधना बजरंगवली के उपासना रहस्यों को उद्घाटित करती है l उपासना या साधना शंका का नहीं...
Dhoomawati Evam Bagalamookhi Tantrik Sadhanayein ( Hindi ) by Radhakrishan Shrimali Publisher: Diamond Books पं. राघाकृषग श्रीमाली ज्योतिष, तंत्र, मंत्र ओंर वास्तु के स्थापित हस्ताक्षर हैं । अनेक दशकों में आपने देश...
Matangi aur Kamla Tantrik Sadhanayein [Hindi] by Radhakrishan Shrimali Publisher: Diamond Books मातंगी एवं कमला तांत्रिक साधनांए तंत्र एक ऐसा कल्पवृक्ष है, जिससे छोटी-से- छोटी और बड़ी -से - बड़ी कामनाओ...
Ank Jyotish [Hindi] by Radhakrishan Shrimali Publisher: Diamond Books अंक ज्योतिष एक नवीन विधा है, जिसके द्वारा मात्र जन्म - तारीख से भविष्य फल स्प्ष्ट किया जा सकता है l अंक...
बिना दृष्टि के जीवन उस अँधेरी रात की तरह है , जिसमे अपने शारीर के अंगो का भी एहसास नहीं होता I यही स्थिति ज्योतिष ज्ञान के बिना मानव जीवन की है I ज्योतिष एक प्राचीन शास्त्र है जिसकी अवहेलना नहीं की जा सकती I लेकिन इस प्राचीन ज्ञान अर्थार्त ज्योतिष को नकारने की परंपरा इन दिनों समाज में विकसित हुई है I परन्तु मजे की बात यह है की ऐसा वर्ग भी किन्ही विशेष स्थितियों- परिस्थितियों में देवज्ञ की शरण लेता है और वहां उसे अपनी समस्याओं का समाधान भी मिलता है I यही स्थिति एक सामान्य व्यक्ति की भी है I वह भी कुछ विशेष अवसरों पर ज्योतिष शास्त्र का आश्रय लेता है I
यहाँ यह वाट विचारणीय है की यदि किन्ही विशेष स्थितियों - परिस्थितयो या विशेष आयोजनों पर ज्योतिष के मार्ग दर्शन से हम शुभ और लाभ प्राप्त कर सकते है, तो नित्यप्रति की छोटी - बड़ी समस्याओं का निराकरण क्या इस विशिष्ट शास्त्र द्वारा नहीं कर सकते ? ज्योतिष शास्त्र समस्याओं का समाधान तो सुझाता ही है , वह जीवन की प्रतिकूलताओं को अनुकूलताओं में भी परिवर्तित कर देते है I यहाँ यह भी जाना जरूरी है की उपायों के रूप में ज्योतिष शास्त्र तंत्र, मंत्र और यन्त्र साधनाओ का भी उपयोग करते है I
इस पुस्तक में जन्म कुंण्डली का विवेचना करने के बाद उसके समाधान भी सुझाए गए है I यदि श्रद्धा और आस्थापूर्वक इन उपायों को यथा विधि किया जाए तो मनचाही कामना अवश्य ही पूर्ण होगी - ऐसा शास्त्र वचन है I
ज्योतिष द्वारा रोग निवारण
जन्मकुंण्डली में किस ग्रह से किस रोग का विचार करे, किस रोग की स्थिति में किस मंत्र - स्रोत्र का पाठ करे आदि का शास्त्र - सममत प्रतिपादन I पराविज्ञान के ज्ञाता देवज्ञ लेखक ने अपने अनुभव सिद्ध प्रयोगों का पुट देकर पुस्तक को अति उपयोगी बना दिया है I
ज्योतिष की दृष्टि से असाध्य रोगों का कारण सहित विवेचन I