Nahi Ram Binu Thaav [Hindi] by
Osho Siddhartha
Publisher: Oshodhara
नहीं राम बिनु ठांव
कितने भी पाप तुमने किए हों, लेकिन गोविन्द से पल भर भी मिलन हों जाए, तो सारे कर्म बन्ध तुम्हारे नष्ट हों जाते है I जैसे हजारो साल का अँधेरा हों I लेकिन पल भर दिया सलाई जला दो, तो अँधेरा ये नहीं कहेगा कि मैं हज़ारो साल से यहां हूँ I ऐसे कैसे चला जाऊँगा ? पल भर में दूर हों जाता है I ऐसे ही थोड़ी देर की समाधि और तुम्हारे सारे कर्म बन्ध का अँधेरा नष्ट हों जाता है I अनेक युगों तक भी तुमने पूण्य कार्य किया है, फिर भी तुम्हे ठाँव नहीं मिलता I राम एकमात्र ठाँव है I राम एकमात्र तुम्हारी ज़िन्दगी का ऐसा सहारा है, जिसे पा लेने के बाद कोई और सहारा खोजने की जरूरत नहीं होती I चरणदास कहते है -
,करे तपस्या नाम बिन, जोग जग्य अरु दान I
चरण दास यूं कहत है , सबहि थोथे जान I '
तुम तपस्या करो, पूण्य करो , योग करो, कुछ भी करो I लेकिन अगर नाम को तुमने नहीं जाना, ओंकार को तुमने नहीं जाना, तो सब व्यर्थ है I तुम्हारी तपस्या व्यर्थ है I और कितनी तपस्या करोगे ? अनन्त है तपस्या I लेकिन अगर नाम का पता हों जाए किसी सद्गुरु से, तो जीवन संवर जाता है I
इस पुस्तक में सद्गुरु के १२ अनमोल प्रवचन है, जो नाम की यात्रा पर ले जाने का आह्वान करते है I इन्हें पढ़कर यदि आपके भीतर नाम की प्यास पैदा होती है, तो ओशोधारा में आपका स्वागत है I
Sheel Gandho Anuttaro [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara शील गंधो अनुत्तरो ( ब्रिटेन यात्रा के संस्मरण ) ब्रिटेन में ही मेरे मन में संकल्प जागा कि यदि भारत को महान भारत बनना है, तो हमें अपनी कार्यशैली में इन दो बातो का स्थान देना होगा I लंदन में मैंने एक गीत लिखा - हरा - भरा हिंदुस्तान चाहिए, हमको भारत महान चाहिए ; क्रांति ला दे कुशलता में जो, हमको ऐसा इंसान चाहिए I जो वतन के लिए मर मिटे, हमको ऐसे जवान चाहिए ; साल भर जो उगाए, फसल, हमको ऐसा किसान चाहिए I संत- नानक कबीरा से हो, तुलसी- मीरा के गान चाहिए ; नेता जाति-वर्ग पोषक नहीं, गाँधी से धर्म -प्राण चाहिए I दुःख का जो निवारण करे, बुद्ध - से ज्ञानवान चाहिए ; कर्म का योग बतलाएं जो,कृष्ण जैसे भगवान चाहिए I सब सुखी स्वस्थ समृद्ध हो, हमको ऐसा विज्ञानं चाहिए ; धर्म का मर्म समझाए जो, ओशो - से महाप्राण चाहिए I ब्रिटिश प्रवास के अंतिम दिनों में प्रशिक्षण कोऑडिनेटर को मैं बताता हु कि मेरा विचार ब्रिटेन का सफरनामा लिखने का है I वे खुश होती है और चहक उठती है - " इसका नाम क्या रखेगे ? " " शील गंधो अनुत्तरो I " " क्या मतलब?" " यह गौतम बुद्ध की उक्ति है I " इसका अर्थ है कि शील की सुंगंध सर्वोत्तम है I " देयर इज नो फ्रेग्ररेंस व्हिच कैन मैच विथ दि फ्रेगरेंस ऑफ पोलाइटनेस I "...
Prem Upnishad [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara प्रेम उपनिषद हमारे युग के सबसे बड़े विद्वान जगतगुरु कृपालु महाराज राधा के भक्त रहे I वे सगुण कृष्ण को भगवान का अवतार...
Hai Koi Jaane Bhed Hamara - Sant Mat 7 [Hindi] by Osho Shailendra Publisher: Limass Foundation है कोई जाने, भेद हमारा संत मत -7 कोई बता सकता है कि मैं...
Rom Rom Ras Pijiye [Hindi] by Osho Shailendra Publisher: Oshodhara रोम - रोम रस पीजिए महर्षि पंतजलि कहते है - ' तस्य वाचक: प्रणव: I ' अर्थार्त परमात्मा का बोधक तत्व...
Saanch Saanch So Saanch - Sant Mat 9 [Hindi] by Osho Shailendra Publisher: Limass Foundation साँच साँच सो साँच संत मत -9 लोग धर्म के नाम पर सिद्धांतो की बात...