अधिकांश व्यक्तियों को जिज्ञासा रहती है कि वे अपनी भविष्य के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकें | इस विधा के प्रति हमारे ऋषि-मुनियों ने अनेक प्रामाणिक ग्रन्थों की रचना...
जिस तरह मनुष्य का शरीर पांच तत्वों के संतुलन से मिलकर बना है , उसी तरह से मनुष्य के लिए अपने निवास- स्थान अर्थात भवन - निर्माण में भी उपर्युक्त पंचतत्वों को...