हाथ की रेखाए मनुष्य के भुत - भविष्य की तस्वीर होती है I आप भी इस विधा को सीखे और अपने मित्रों और परिचितों का हाथ देखकर भविष्यवाणियाँ करे और उनमे लोकप्रिय बने I
डॉ. नारायणदत्त श्रीमाली भारत के गिने -चुने ज्योतिषयो में से है I इस पुस्तक में आप उनकी एक विशिष्ट रचना पाएगे जिसमे उन्होंने हस्तरेखा से जन्म कुंडली बनाने की भी विधि दी है जो अन्यंत्र कही नहीं I
हमारा दावा है की इस पुस्तक को पढ़कर आप भविष्यवेत्ता बन जायेंगे और सड़क के किनारे बैठने वाले ज्योतिषयो से ठगे नहीं जा सकेंगे