ज्योतिष प्रकाश ज्योतिष प्रकाश में कुछ मुख्य विशेष सूचि है जो इस प्रकार है :- १. आकाश का परिचय ज्योतिष मुलत; आकाश में मौजूद इकाइयों पर ही आधारित है l...
विवाह पद्धति १. अथ विवाह सामग्री २. द्वितीय विवाह सामग्री ३. तृतीय विवाह सामग्री ४. अथ विवाह कालीन कन्या नामकरण सारिणी ५. नामकरण विधान और सुचना ६. स्वागतम ७. शिक्षा...
गुढार्थहोरा – सिद्धांत Author- Satyadev Sharma
ज्योतिष के तीन अंगो में से एक ज्योतिष शास्त्र है I सामान्य जनों के उपयोग एवं समझने के लिए यह तीन अंगो में सबसे अधिक प्रचलित है I कुंण्डली निर्माण यधपि सिद्धांत अर्थार्त गणितखंड में आता है, लेकिन उनके द्वारा जातक के जीवन में होने वाली अथवा हो चुकी घटनाओ के सम्बन्ध में जातकशास्त्र के द्वारा ही जाना जाता है I होराशास्त्र का अध्ययन करने के लिए तथा उससे भविष्य कथन करने के लिए कुछ नियमो का अत्यंत ज्ञान होना बहुत जरूरी है I
प्रस्तुत ग्रन्थ में प्रथम भाग में ज्योतिष फलकथन - संबंधी नियमो को ही स्पष्ट किया गया है I श्लोको के जो वास्तविक अर्थ होने चाहिए, उन्हे बताया गया है तथा उन्हे तर्क तथा उद्दरणों की सहायता से प्रतिपादित किया गया है I फलकथन करने में जो अनेको त्रुटियाँ तथा भ्रांतियाँ दैवग्यो में फैली हुई है, उन्हे स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है I अनेको मुलभुत प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास किया है I
जन्मकुण्डली से फलकथन के नियमो को स्पष्ट करने तथा उन्हे संकलित करने का ही कार्य इस ग्रन्थ में मुख्य रूप से किया गया है I फलकथन करने के अनेको नियम भिन्न -भिन्न ग्रंथो में रत्नों के भांति बिखरे पड़े है I उन्हे संकलित करके उनके वास्तविक गूढ अर्थो के साथ तरतीब से विषयसामग्री की आवश्यकता के अनुसार निबद्ध किया गया है
Jyotish Aur Rog Vichar (Hindi) by Bhojraj Dwivedi Publisher: Diamond Books Jyotish Aur Rog Vichar by Bhojraj Dwivedi explores the fascinating connection between Vedic astrology and health. This book provides deep insights...
Book Title: Acharya Vrahmihir ka Jyotish Mein YogdaanAuthor: Bhojraj DwivediLanguage: HindiPublisher: Ranjan Publications Description:"Acharya Vrahmihir ka Jyotish Mein Yogdaan" by Bhojraj Dwivedi is a detailed study of the significant contributions...